तुमने दिल क़ी बात कह दी, आज ये अच्छा हुआ,
हम तुम्हे अपना समझते थे, बड़ा दोखा हुआ |
जब भी हमने कुछ कहा, उसका असर उल्टा हुआ,
आप शायद भूलते हैं, बारहां ऐसा हुआ |
आपकी आँखों में ये, आंसूं कहाँ से आ गए,
हम तो दीवाने हैं लेकिन, आपको ये क्या हुआ |
अब किसी से क्या कहें, 'इकबाल' अपनी दास्ताँ,
बस खुदा का शुक्र है, जो भी हुआ अच्छा हुआ |
Lyrics: Iqbaal Azim
No comments:
Post a Comment