तेरे बारे में जब सोंचा नहीं था,
मैं तनहा था मगर इतना नहीं था |
तेरी तस्वीर से करता था बातें,
मेरे कमरे में आईना नहीं था |
समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा,
मैं जब सेहरा में था प्यासा नहीं था |
रूठने मनाने के इस खेल में हम,
यूं बिछड़ जायेंगे सोंचा नहीं था |
सुना है कल उसने कर ली बंद आँखें,
वैसे भी कई रातों से वो सोया नहीं था |
Album : Saher
Lyrics : Meraz
Music : Jagjit Singh
Singer : Jagjit Singh
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